जाना था जापान पहुँच गए चीन : ताड़केश्वर यात्रा (अजीबोगरीब आयोजन और दिल्ली से दुगड्डा)
ऐसे तो पूरे साल कई यात्राएं हो जाती हैं। जिनमें कुछ ऐसी होती हैं कि उनमें ट्रैकिंग बिल्कुल भी नहीं होती। और मेरा ट्रैकिंग के सिवाय कोई भी यात्रा वृतान्त लिखने का मन नहीं करता लेकिन इस वृतान्त को लिख रहा हूँ। क्योंकि अजीबोगरीब कारण हैं। एक दो नहीं कई कारण हैं। पहला तो ये कि यह यात्रा "जाना था जापान पहुँच गए चीन" की तर्ज पर हुई। दूसरा कारण ये है कि इसमें सारे घटनाक्रम अजीबो गरीब ही होते रहे। और तीसरा ये कि अब से उत्तराखण्ड में की जाने वाली सभी यात्राएं ब्लॉग पर प्रकाशित करने की कोशिश रहेगी।